स्टॉक्स को कितने समय तक होल्ड करना चाहिए?

शेयर बाजार जिस तरह से काम करता है और स्टॉक खरीदने और बेचने की पूरी प्रक्रिया अपने भविष्य के जैसी unpredictable है. शेयरों और उनके द्वारा होने वाले उतार-चढ़ाव को समय देना लगभग असंभव है. शेयर बाजार में लिस्टेड हर एक शेयर की अपना कार्य (functions) और अस्थिरता (Volatility) होती हैं. इसलिए, यह जानना आसान नहीं है कि किसी व्यक्ति को कितने कम समय के लिए स्टॉकस को अपने पास रखना चाहिए. निवेशक या ट्रेडर्स जो भी स्टॉक में निवेश करता है या सिर्फ ट्रेडिंग के लिए उसको पसंद करता है, वह अगले दिन अपने प्रॉफिट को बढ़ा सकता है या आपको बस नुकसान पहुचाकर बाहर निकल सकता है. यही कारण है कि आपको इस बारे में कुछ जानकारी होनी चाहिए कि आपको अपने चुने हुए स्टॉक्स को कितने समय तक होल्ड करना चाहिए.

आपके निवेश का पूरा होराईजन पूरी तरह से आपके शेयरों के लिए किए गए निर्णयों और वर्तमान समय में बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है. हालांकि, अगर आपको लगता है कि आप कम समय अवधि के निवेश में चीजों को सेटल कर सकते हैं तो जाहिर है कि आप आगे बढ़ सकते हैं.

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अपने पास स्टॉक्स को कितने समय तक होल्ड करना चाहिए?

हर दूसरे निर्णय की तरह जो आप एक अच्छे स्टॉक चुनने से लेकर समय सीमा तय करने तक अपने ट्रेडिंग और निवेश समय अवधि में करेंगे, जिसके लिए आप स्टॉक को अपने पास कब तक रखना चाहते हैं, यह सब आप पर निर्भर करता है. यह सब आपकी निवेश की रणनीतियों और आपके आगे की योजनाओं पर निर्भर करता है जो आप अपने दिमाग में रखे हुए हैं. हालांकि, जहां तक ​​विशेषज्ञों और कुछ बड़े निवेशकों के साथ चर्चा की बात है, तो उनका कहना है कि एक फंडामेंटल ट्रेडर के लिए लंबी समय अवधि का निवेश ज्यादा प्रोफिटेबल और फायदेमंद साबित हो सकता है.

शेयर बाजार में लंबी समय अवधि का मतलब है कि कुछ महीनों या शायद कुछ वर्षों के लिए स्टॉक को अपने पास होल्ड करके रखना. यह भी कहा जाता है कि कम समय के लिए स्टॉक रखना एक सट्टे जैसा होता है और उसे निवेश नहीं कहा जा सकता है जो आगे जाके आपके पैसे खोने के जोखिम और चांस को बढ़ाता है.

आखिर में, बाजार की रणनीति और आपके द्वारा दी जाने वाली फिलोसोफी और आपके शेयरों की समय सीमा ऐसी चीजें हैं जो आपके लाभ और नुकसान को तय करेंगी. यदि आप उस प्रकार के निवेशक हैं जो खरीदने और रखने वालों में से हैं और आप लंबी समय अवधि तक उसपे टिके रहते हैं तो आपके लिए बाजार में आने वाले उतार-चढ़ाव के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.

बाजार में होते कम समय के उतार-चढ़ाव बहुत सामान्य है और इससे सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि जब निवेशक नुकसान देखना शुरू करते हैं तो कई बार वह डर जाते हैं और वह मार्केट से बाहर निकाल जाते हैं. यहीं से वे ईमोस्नली सोचना शुरू कर देते हैं और ईमोसन में निर्णय लेते हैं जो उन्हें लंबे समय तक लाभ कमाने की रणनीति में नुकसान पहुंचाते हैं. जब आप अपनी भावनाओं को अपने रास्ते में आने देते हैं इसे मार्केट सेंटिमेंट का शिकार होना कहा जाता है

सामान्य तौर पर और कभी-कभी वास्तव में निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए यह बेहतर होता है कि वे लंबी समय अवधि के लिए स्टॉक को अपने पास होल्ड करके रखें. ऐसा समय भी आता हैं जब बाजार बहुत बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है और आपके निवेश का स्तर अनुमानित राशि बहुत ही नीचे गिर जाता है. हालांकि, ऐसे समय में, आपको यह विश्वास होना चाहिए कि अंत में बाजार की स्थिती ठीक हो जाएगी और आपका निवेश भी ऐसा ही रहेगा.

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लंबे समय के लिए स्टॉक को होल्ड करने के फायदे

अब तक, हमने इस बातो को स्पष्ट और स्थापित किया है कि स्टॉक को शॉर्ट टर्म के लिए होल्ड करने के बजाय लंबी समय अवधि के लिए होल्ड करना एक अच्छा निर्णय है. इसलिए, आइए कुछ अन्य लाभों के बारे में संक्षेप में बात करें जो आपके द्वारा लंबी समय अवधि के लिए स्टॉक को होल्ड करने पर मिलते हैं.

लंबी समय के निवेश लगभग हमेशा आपको ज्यादा गेन और लाभ देते हैं और जब निवेशक लम्बे समय तक निवेशित रहने की कोशिश करते हैं और अपने निवेश को उसी के अनुसार समय देते हैं तो वे बाजार से अच्छा प्रदर्शन करते हैं.

दूसरीबात, लंबी समय अवधि के लिए स्टॉक होल्ड करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह कम खर्चीला होता है. इसका मतलब है कि जब आप लंबे समय के लिए अपने पोर्टफोलियो में स्टॉक रखते हैं, तो यह ज्यादा लागत प्रभावी (cost-effective) हो जाता है क्योंकि आप स्टॉक को जितने ज्यादा समय तक अपने पास रखते हैं, आपको उतना ही कम फीस देनी पड़ती है.

इसमें चक्रवृद्धि ब्याज होता है जिसकी गणना आपके स्टिक पोर्टफोलियो की प्रिंसपल बेलेंस राशि पर की जाती है. इसलिए, आपके पोर्टफोलियो में जमा होने वाला कोई भी डिविडेंड या ब्याज समय के साथ यौगिक (accumulated) हो जाता है जो बदले में आपके खाते में जमा राशि को बढ़ाता जाता है जिसका असर आप लम्बे समय के बाद देख सकते है.

जिन सिक्यूरीटी को लंबी समय अवधि के लिए या एक वर्ष से अधिक के समय के लिए होल्ड करते है, उस के संचित लाभ (gains accumulated) पर अधिकतम 20% टेक्स लगता है. जबकि शॉर्ट टर्म हैंडल और होल्डिंग्स में होने वाले लाभ को अपने निवेश पर टैक्स का लगभग 37% टेक्स चुकाना पड़ता है.

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आपको स्टॉक कब बेचना चाहिए?

जब बाजार की स्थिति सामान्य होती है और एक अप्राप्त लाभ की तुलना में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं हो रहा है और लगभग 20% -25% का लाभ अच्छा प्रतिशत होगा, इसे कमाई करने वाला दांव कहा जा सकता है.

हालांकि, अगर आप स्टॉक की स्थिति को देखते हुए सोचते हैं कि यह अभी तक अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंचा है, तो आप हर तरह से स्टॉक को अपने पास रख सकते हैं और समय के साथ यदि आपके निर्णय बदल गए हैं और आपको लगता है कि यह एक निश्चित कीमत के बाद नीचे की ओर जाएगा और आपकी राय में अच्छी तरह से संरेखित (aligning) नहीं हो रही है, तो आप केवल उस स्टॉक को बेचने और प्रॉफिट को लेने का निर्णय ले सकते हैं.

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निष्कर्ष

हमें उम्मीद है कि अब तक आप समझ गए होंगे कि जिन शेयरस को लम्बे समय तक होल्ड करके रखते हैं वे स्टॉक शॉर्ट टर्म के लिए किए गए निवेश से बेहतर होते हैं. हालांकि, यह सब बाजार की स्थिति और विशेषज्ञों द्वारा दिए गए सुझावों पर भी निर्भर करता है, और यह भी कि आप कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं.

यदि कोई एसा समय आता है जब आपके द्वारा पसंद किए गए स्टॉक पर और अपनी राय पर सवाल उठाना शुरू करते हैं या आप अपने निवेश के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं, तो यह ठीक होगा कि आप उन्हें बेच दें और वहा से बाहर निकल जाएं. आप जिस रणनीति का उपयोग करते हैं और सोचते हैं कि लंबे समय के लिए कोनसा बेहतर है, वही लागू होनी चाहिए.

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