निवेशकों को हमेशा समस्या रहती है की स्टॉक कब बेचना चाहिए या स्टॉक बेचने का सही समय कौनसा है? ज्यादातर किस्सो मे निवेशक अच्छा स्टॉक या तो समय से पहले बेचत देते हैं या खराब स्टॉक को अपने पास लम्बे समय तक रहने देते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि स्टॉक बेचते समय स्टॉक की लागत और कीमत मायने नहीं रखती. मायने यह रखता है कि कंपनी की स्थिती कितनी मजबूत है और कंपनी का क्या वैल्यूएशन है.
निवेशकों के लिए यह समजना महत्वपूर्ण है कि उनको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण और धैर्य रखना होगा क्योंकि इससे ही निवेशकों को लंबे समय में फायदा होता है. हालांकि इसके लिए कोई ठोस नियम नहीं हैं, लेकिन जब आप किसी शेयर को बेचने बारेमे विचार कर रहे हों तो आप स्टॉक बेचते समय ध्यान में रखे यह जरूरी बाते:
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स्टॉक बेचते समय ध्यान में रखे यह जरूरी बाते
कंपनी का वैल्यूएशन :
यदि कोई शेयर अपने ऐतिहासिक वैल्यूएशन की तुलना में सबसे उचे स्तर के वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है, तो यह चिंता की बात हो सकती है. हालांकि स्टॉक केवल उचे वैल्यूएशन के कारण नहीं गिर सकता है, मोमेंटम या कमाई में किसी भी तरह की कमी के परिणाम स्वरूप इसमें महत्वपूर्ण करेक्शन हो सकता है. ग्रोथ स्टॉक के मामले में इसे ध्यान से देखा जाना चाहिए.
कंपनी पर ज्यादा कर्ज:
बैलेंस शीट पर डेब्ट का होना बुरा नहीं है. लेकिन अगर कर्ज कंपनी की क्षमता से ज्यादा हो जाता है, तो यह संभवत: खतरे की निशानी है. यह जानने के लिए कि फाइनेंसियल लिवरेज कैसे एक व्यवसाय के लिए अभिशाप और वरदान दोनों हो सकता है.
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कंपनी के आउट ऑफ़ फेवर प्रोडक्ट:
यदि किसी कंपनी की सर्विस या प्रोडक्ट ट्रेंड से बाहर हो रहा है और उसका उपयोग लगातार कम हो रहा है, और कंपनी अपग्रेड या सुधार नहीं कर रही है, तो शायद आपको समाज जाना चाहिए की आपको कीसी दूसरी जगह निवेश करने का समय आ गया है. यह रेगुलेटरी एनवायरमेंट, टेक्नोलॉजी में बदलाव, या सामान्य रूप से कंज्यूमर का प्रेफ़रेंस कारण हो सकता है.
ऑडिटर की रिपोर्ट:
यदि कोई ऑडिटर रिपोर्ट करता है कि कंपनी का डिस्क्लोजर संतोषजनक नहीं है या यह सूचित करता है कि यहाँ दी गई जानकारी अधूरी है, तो निवेशक इसे सावधानी के संकेत के रूप में ले सकते हैं.
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कंपनी के फंडामेंटल:
जब कंपनी की कमाई, नॉर्मल समय में भी मार्जिन लगातार नीचे जाना या इक्विटी पर कम रिटर्न, यह संकेत हो सकते है कि कंपनी अपने कठिन समय की ओर बढ़ रही है.
कंपनी का मेनेजमेंट:
मेनेजमेंट की गुणवत्ता का महत्व सबसे ज्यादा है क्योंकि उन्हें यह तय करना होता है कि कंपनी कहां जा रही है और वह इसे कैसे हासिल करेगी. यदि मेनेजमेंट की इंटीग्रिटी के बारे में छोटा सा संदेह है या बिना किसी ठोस कारण के महत्वपूर्ण स्तर पर गिरवी रखना है, तो यह कंपनी से बाहर निकलने के मजबूत कारण हैं.
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