ELSS का पूरा नाम क्या है? और ELSS kya hai?

ELSS का पूरा नाम क्या है? – ईएलएसएस (ELSS) का पूरा नाम इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (Equity Linked Saving Schemes) है.

ELSS kya hai?

ईएलएसएस योजना मूल रूप से विविध म्यूचुअल फंड योजनाएं हैं जो Income tax अधिनियम की धारा 80C के तहत tax benefit का लाफ देती हैं. फिक्स्ड डिपॉजिट या पीएफ की तुलना में आपके पैसे को तेजी से बढ़ाने के लिए यह एक बेहतरीन बचत का विकल्प हैं.

यह म्यूचुअल फंड स्कीम बहुत सारी इक्विटी में निवेश करती हैं इसा लिए इस स्कीम को इक्विटी लिंक्ड भी कहा जाता है क्योंकि अधिकांश ईएलएसएस (इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम) डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, जिसका मतलब है कि वे स्मॉल कैप, मिड-कैप और लार्ज-कैप की इक्विटी के सभी वर्गों में निवेश करते हैं.

ELSS योजनाओं को टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड भी कहा जाता है क्योंकि वे धारा 80C के लाभों के लिए भी पात्र माना जाता हैं.

आप ईएलएसएस के बारे में क्या सोचते हैं? क्या यह आपके लिए निवेश का अच्छा विकल्प है? आप उसी पर अपने विचार साझा कर सकते हैं.

80सी से tax में अधिकतम कटौती केवल 1.5 लाख रुपये ही है. इसलिए, यदि कोई पीपीएफ, ईएलएसएस दोनों में निवेश करता है, तो इन दोनों option में निवेश सहित claimed की जा सकने वाली कुल राशि 1.5 लाख रुपये से अधिक नहीं हो सकती है. यह हमे कुछ कम लगता है. अगर यह कर सीमा बढ़ा दी जाती है, तो हम अधिक taxes बचा सकते हैं.

इसके अलावा, ऐसा लगता है कि ईएलएसएस पर कुल tax benefit कम हो गया है क्योंकि यह एक इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम है. इक्विटी पर कर की पुन: शुरूआत के साथ, एलटीसीजी 1 लाख रुपये से अधिक के इक्विटी म्यूचुअल फंड पर 10% की दर से लागू होगा, वह भी बिना किसी indexation लाभ के. क्या इससे ईएलएसएस द्वारा पहले दिए जाने वाले आकर्षक tax benefit में कमी नहीं आई है?

हमारे विचार से ईएलएसएस या इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम निश्चित रूप से निवेश का एक बहुत अच्छा विकल्प है.

इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) के लाभ |Benefit of ELSS Fund

इस टैक्स सेविंग फंड्स में अपना पैसा लगाते समय नीचे दिए गए कुछ पॉइंट्स और benefits पर विचार किया जाना चाहिए

1. Tax deduction के लिए ELIGIBLE अमाउंट :

 जब आप ईएलएसएस में निवेश करते हैं, तो राशि(Income) अधिनियम की धारा 80C के तहत tax deduction के योग्य होती है.

2. कम LOCK-IN समय:

ईएलएसएस में 3 साल की लॉक-इन अवधि रहती है जो इतनी लंबी नहीं मानी जाती है. एनपीएस, पीपीएफ आदि जैसे निवेशों की तुलना में यह एक प्रकार की कम अनिवार्य होल्डिंग अवधि (short mandatory holding period) है.

3. अपने Risk प्रोफाइल को analyze करें:

हालांकि, आपको ईएलएसएस में तभी निवेश करना चाहिए जब आपकी रिस्क उठाने की क्षमता आपको ऐसा करने की अनुमति दे. इसका मतलब है कि अगर आपके पास इक्विटी में निवेश करने का जोखिम उठा सकते है, इसमें कोई शक नहीं, तो आप केवल ईएलएसएस के लिए जाएं. ईएलएसएस यानी इक्विटी लिंक्ड स्कीम बेहतर रिटर्न दे सकती है.

लेकिन, इक्विटी 3 साल की छोटी अवधि में भी volatile हो सकता है. चूंकि आप ELSS फंड शेयरों में निवेश करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत रहती है.

क्या ELSS निवेश करने योग्य है?

अगर समझदारी से योजना बनाई जाए तो ईएलएसएस एक अच्छा निवेश का साधन साबित हो सकता है, जिसका आपके financial पोर्टफोलियो में ठोस योगदान हो सकता है. एसा हम सोचते है. क्या इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम पर हमारे विचार, विचार करने योग्य हैं?

ईएलएसएस इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम है जो typically टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड है. कार्यप्रणाली और संरचना के संदर्भ में, ईएलएसएस बिल्कुल एक इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड योजना की तरह काम करती है.

हालांकि, यह टिपिकल diversified या मल्टी-कैप फंड के विपरीत, यह आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टेक्स benefits प्रदान करता है.

ईएलएसएस फंड में 3 साल की लॉक-इन अवधि होती है. मान लीजिए कि अगर आप 5 सितंबर 2021 को कोई खास रकम निवेश करते हैं, तो उस रकम को 1 सितंबर, 2024 को भुनाया जा सकता है.

साथ ही, ईएलएसएस में निवेश करने से fixed deposits और सरकार की छोटी बचत योजनाओं जैसे अन्य टेक्स-बचत साधनों की तुलना में बेहतर रिटर्न प्राप्त करने की संभावना रहती है. हमने नीचे कुछ बेहतरीन ईएलएसएस म्यूचुअल फंडों के नाम दिए हैं:

  • GrowthELSS -Axis Long Term Equity Fund
  • Series II – GrowthELSS- SBI Tax Advantage Fund
  • Invesco India Tax Plan
  • Direct Plan – GrowthELSS -Kotak Tax Saver Scheme
  • Tata India Tax Savings Fund

टैक्स बचाने के अलावा, ईएलएसएस फंड में निवेश करना आपके पोर्टफोलियो में एक अच्छा विविधीकरण हो सकता है. ईएलएसएस फंड आपको 14-18% तक का एक impressive रिटर्न प्रदान कर सकता है. लेकिन, निश्चित रूप से म्यूचुअल फंड बाजार के जोखिम के अधीन हैं. इसलिए निवेश करते समय आपको सावधान रहना जरूरी है.

ELSS पहले टैक्स फ्री लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट हुआ करता था, जो इसकी सबसे बड़ी highlight थी. लेकिन, अब ऐसा नहीं है. क्या हम ऐसा कहने में सही है? आप क्या सोचते है?

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